प्रशासन ने फंसे मजदूरों की पहचान उजागर कर दी है, जिनमें उत्तर प्रदेश, झारखंड, जम्मू-कश्मीर और पंजाब के श्रमिक शामिल हैं। राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है और एनडीआरएफ की मदद ली जा रही है।
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कनाल (एसएलबीसी) सुरंग। (फोटो- सोशल मीडिया)
तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कनाल (एसएलबीसी) सुरंग में अचानक पानी भर जाने से बड़ा हादसा हो गया। इस दुर्घटना में कई मजदूर घायल हो गए, जबकि आठ अब भी सुरंग में फंसे हुए हैं। प्रशासन ने फंसे मजदूरों की पहचान उजागर कर दी है, जिनमें उत्तर प्रदेश, झारखंड, जम्मू-कश्मीर और पंजाब के श्रमिक शामिल हैं। राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है और एनडीआरएफ की मदद ली जा रही है। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात कर हादसे की जानकारी दी और केंद्र से सहायता मांगी।
सुरंग में जलभराव से मचा हड़कंप
यह हादसा अमराबाद मंडल के डोमलपेंटा गांव के पास हुआ, जहां श्रीशैलम परियोजना के तहत सुरंग निर्माण का कार्य चल रहा था। शनिवार सुबह अचानक पानी भरने से मजदूरों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया, और राहत कार्य शुरू कर दिया गया। सुरंग के भीतर स्थिति गंभीर बनी हुई है, जिससे बचाव अभियान में चुनौतियां आ रही हैं।
सरकार और प्रशासन की तत्परता
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हालात की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर चिंता जताई और हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया। राज्य के सिंचाई मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है और बचाव अभियान युद्धस्तर पर जारी है। अधिकारियों के अनुसार, सुरंग के 14वें किलोमीटर पर छत का एक हिस्सा गिरने और कीचड़ के रिसाव से यह हादसा हुआ।
हादसे की वजह और विपक्ष के सवाल
सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पानी के दबाव के चलते सुरंग में रिसाव हुआ, जिससे निर्माण कार्य प्रभावित हुआ। वहीं, विपक्षी दलों ने सरकार की लापरवाही पर सवाल उठाए हैं। बीआरएस नेता केटी रामा राव ने पूछा कि अगर रिसाव पहले से था तो समय रहते उसे ठीक क्यों नहीं किया गया? उन्होंने सरकार पर हादसे को दबाने की कोशिश का भी आरोप लगाया। दूसरी ओर, बीजेपी के तेलंगाना अध्यक्ष जी किशन रेड्डी ने केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया है।
राहत कार्यों में तेजी और प्रशासन का दावा
घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने बताया कि सुरंग से पानी निकालने और फंसे मजदूरों को बचाने की कोशिशें जारी हैं। प्रशासन ने फंसे मजदूरों के नाम सार्वजनिक कर दिए हैं, जिनमें दो उत्तर प्रदेश, चार झारखंड, एक जम्मू-कश्मीर और एक पंजाब से हैं। राहत और बचाव दल को उम्मीद है कि जल्द ही सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सकेगा। हादसे के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, और स्थानीय लोग सरकार से जवाबदेही की मांग कर रहे हैं।
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