हर महान खिलाड़ी के करियर में उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन विराट कोहली ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे मुश्किल दौर से निकलकर और भी मजबूती से वापसी कर सकते हैं।
विराट कोहली। (फोटो- सोशल मीडिया)
जब भी क्रिकेट के इतिहास में पाकिस्तान के खिलाफ भारत की बड़ी जीतों का जिक्र होगा, विराट कोहली का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। रविवार को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के महा-मुकाबले में उन्होंने नाबाद 100 रन बनाकर न सिर्फ टीम इंडिया को जीत दिलाई, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि वे वनडे क्रिकेट के बेताज बादशाह क्यों हैं। दिलचस्प बात यह रही कि उनकी इस पारी की तारीफ न केवल भारतीय खेमे में हुई, बल्कि विरोधी टीम पाकिस्तान के खिलाड़ी भी उनके प्रदर्शन के मुरीद हो गए।
पाकिस्तान के खिलाफ इस अहम मुकाबले में जब विराट कोहली क्रीज पर उतरे, तो टीम इंडिया एक दबाव भरी स्थिति में थी। रोहित शर्मा का विकेट जल्दी गिर चुका था, और पाकिस्तान के गेंदबाज बेहतरीन लय में दिख रहे थे। लेकिन कोहली के लिए बड़े मुकाबलों में खेलना कोई नई बात नहीं है। उन्होंने एक बार फिर दिखा दिया कि दबाव में कैसे खेला जाता है। ड्रेसिंग रूम में बैठे कप्तान रोहित शर्मा के चेहरे पर सुकून तब दिखा जब कोहली ने संयम से बल्लेबाजी करते हुए टीम को जीत की ओर बढ़ाया।
जब उन्होंने शानदार चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया, तो उनका चेहरा राहत से चमक उठा। यह महज एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं थी, बल्कि यह भारत की जीत का ऐलान था।
बीते कुछ महीनों से विराट कोहली के फॉर्म पर सवाल उठाए जा रहे थे। खासकर लेग स्पिनर्स के खिलाफ उनकी परेशानी चर्चा का विषय बन गई थी। पिछले छह में से पांच मौकों पर वे लेग स्पिनर्स के खिलाफ आउट हुए थे। लेकिन बड़े मैचों के खिलाड़ी कोहली ने आलोचकों को करारा जवाब दिया और फॉर्म में वापसी के लिए पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले को ही चुना। उनके बल्ले से निकले हर रन ने यह साबित किया कि वे अभी भी क्रिकेट की दुनिया के सबसे भरोसेमंद बल्लेबाजों में से एक हैं। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब भी मिला।
कोहली की बल्लेबाजी ने न केवल भारतीय फैन्स को झूमने का मौका दिया, बल्कि विरोधी टीम पाकिस्तान के खिलाड़ियों को भी उनका कायल बना दिया। मैच के बाद पाकिस्तान टीम के कप्तान मोहम्मद रिज़वान ने विराट कोहली की फिटनेस और क्रिकेट एथिक्स की तारीफ करते हुए कहा, "विराट कोहली के प्रति मेरा सम्मान और बढ़ गया है। उनकी बल्लेबाजी अद्भुत थी और उन्होंने बेहतरीन तरीके से अपनी टीम के लिए योगदान दिया।"
यह पहली बार नहीं है जब कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने खेल से प्रभावित किया हो। इससे पहले भी उन्होंने कई बार पाकिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिक पारियां खेली हैं।
अगर पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली के आंकड़ों पर नजर डालें, तो वे किसी भी भारतीय बल्लेबाज से कहीं आगे नजर आते हैं।
2022 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ विराट कोहली की 82 रनों की नाबाद पारी को भला कौन भूल सकता है? जब भारत को आखिरी तीन ओवरों में 48 रन चाहिए थे, तब कोहली ने हारिस राउफ की गेंद पर बैकफुट से सीधा सिर के ऊपर छक्का जड़ दिया था। उस पल ने मैच का रुख ही पलट दिया था।
पाकिस्तानी गेंदबाज शाहीन अफरीदी ने इस मुकाबले से पहले कहा था, "तेज गेंदबाज के सिर के ऊपर से छक्का लगाना आसान नहीं होता, लेकिन विराट कोहली ने उस दिन ऐसा कर दिखाया।"
विराट कोहली सिर्फ पाकिस्तान के खिलाफ ही नहीं, बल्कि वनडे क्रिकेट के इतिहास में भी अपना नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज करा चुके हैं।
अब अगर आने वाले कुछ मैचों में वे सिर्फ 176 रन और बना लेते हैं, तो वे कुमार संगाकारा को पीछे छोड़कर वनडे क्रिकेट के दूसरे सबसे कामयाब बल्लेबाज बन जाएंगे।
हर महान खिलाड़ी के करियर में उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन विराट कोहली ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे मुश्किल दौर से निकलकर और भी मजबूती से वापसी कर सकते हैं। पाकिस्तान के खिलाफ उनकी यह पारी सिर्फ एक और शतक नहीं थी, बल्कि यह एक संदेश था—क्रिकेट का यह सम्राट अभी लंबे समय तक राज करने वाला है!
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